Posts

Showing posts from November, 2013

सीखिए मनी मैनेज करना

Image
  आप सोच रहे होंगे की यह क्या बात हुई | हम तो अच्छे स अपने मनी को मैनेज करते है फिर यह नई क्या बात हुई जो सीखनी पड़ेगी | दरअसल मनी मैनेजमेंट यानि की पूंजी नियोजन आपको ट्रेडिंग में अपनी जोखिम को तय करने और प्रोफिट के लिए टारगेट रखने में सहायता करता है | आपकी जोखिम लेने की क्षमता को सटीक आंकड़ों में दर्शाने के लिए मनी मैनेजमेंट बेहद जरुरी है |                  अगर मान लीजिए आपका अकाउंट १०,००० का है तो आप कितना जोखिम उठा सकते है और अगर आप गलत साबित हुए तो उस ट्रेड में कितने रूपये गँवा सकते है ? क्या आपके पास कोई जवाब है अगर नहीं तो फिर इस उदहारण पर गौर कीजिये |       अगर आप ट्रेड करना चाहते है तो सबसे पहले आपको ट्रेड संख्य निर्धारित करनी होगी | मान लीजिए की प्रति ट्रेड दो हजार रुपये के हिसाब से आप ट्रेड करेंगे | और ट्रेडिंग नियम के अनुसार आप केवल दो प्रतिशत की ही जोखिम उठायेगे जो है ४०० रूपये प्रति ट्रेड | इस हिसाब से आपका प्रति ट्रेड टारगेट हुवा ८०० रुपये |              यह केवल एक रफ उदाहरण है सटीक तकनीक और सही मनी मैनेजमेंट सिखने के लिए पढ़िए ट्रेडनीती : कैसे बने सफल प्रोफेशनल ट्रेडर |

जनिय वो सब जो प्रो ट्रेडर जानते है

Image
                          आप पूछेंगे की प्रोफेशनल ट्रेडर ऐसा क्या जानते है जो वे जादा मुनाफा कमाते है ? क्या उनके पास मार्केट की जानकारी वैयक्तिक रूप से पहुंचाई जाती है या फिर उनका कोई खास रिसोर्स है जिनसे वे सारी अहम जानकारी पाते है |                       यह बेहद जरुरी है की आप जिस फिल्ड में कारोबार कर रहे हों उसके बारे में जितनी जादा हो सके उतनी जानकारी हासिल करें | और उसे हासिल करने का तरीका एक ही है ट्रेडनीती | क्यों ट्रेडनीती .... क्यों की कुछ ऐसी जानकारियां है जिन्हें मुफ्त में नहीं दिया जाता | कुछ जानकारियां और रहस्य है जिन्हें अनुभव से ही जाना जा सकता है  और उन्हें जानकर उनका सही उच्चतम उपयोग करने के लिए एक सही विधि और मनोदशा का होना जरुरी है जो केवल जानकारी पाकर ही नहीं आती उसे अखंड प्रयत्न की जरुरत होती है |              इन जानकरियों और विधियों को जानने के लिए पढ़ें ट्रेडनीती : कैसे बने सफल प्रोफेशनल ट्रेडर |

ग्यारह सौ सवाल और उनके जवाब ?

Image
                               आप ये जानकर चौंक जायेंगे की ८० प्रतिशत ट्रेडर्स अपने सभी सवालों के जवाब कभी नहीं जान पाते ! वे कभी भी सम्पूर्ण जानकारी पाने की अपनी कोशिश में पूरी तरह कामयाब नहीं हो पाते और ट्रेडिंग करने के उत्साह में वे जानकारी पाने की अपनी सहज जिज्ञासा को छोड़ देते है | उन्हें संयोग से मिला हुवा मुनाफा या टेक्नीकल भाषा में कहें तो "रैंडम प्रोफिट" मिलने के वजह से यह भ्रम पैदा हो जाता है की अब मै मुनाफा लेने योग्य ट्रेडिंग कर सकता हूँ | और कुछ दिन की ट्रेडिंग के बाद उनका अकाउंट लाल निशान पे खत्म होता है | यह एक चक्र है जो हर ट्रेडर के जीवन में अवश्य आता है |              ट्रेडनीती में यह कोशिश की गई है की जादा से जादा सवालों का संग्रह किया जाये और उन सवालों का सरल और सादी भाषा में जवाब दिया जाये | जवाब गोल मटोल या फिर घुमावदार नहीं होना चाहिए | आप अगर कुछ सवालों के जवाब जानना चाहते है तो यह किताब आपके सवालों के जवाब पूरी ईमानदारी से देगी | और अगर आप कुछ आधा अधूरा जानते है तो उस जानकारी को पूरा करने का सुवर्ण अवसर भी ट्रेडनीती देगी |       सवालों का मनोविज्ञान :

टेक्नीकल और फंडामेंटल का सम्पूर्ण हिंदी प्रशिक्षण

Image
                 ट्रेंड रिवर्सल, बुलिश ट्रेंड, बैअरिश ट्रेंड, बॉटम, सपोर्ट, रसीस्टांस या फिर अपट्रेंड और डाउनट्रेंड  ये कुछ शब्द है जो आपने अक्सर अपने ब्रोकर , डीलर और एक्सपर्ट्स को कहते हुवे सुना होगा और ये सामान्य शब्द होने के कारण आप इनका अर्थ भी जानते होंगे | पर तब क्या जब आप कुछ न सिर्फ जटिल शब्द सुनते है साथ ही वह शब्द जिस प्रक्रिया से जुड़ा होता है वह भी नहीं समझ पाते ?              उदहारण के तौर पर इनवर्टेड हैमर, हेड एंड शोल्डर, डेड कैट बाउंस, सायमेट्रिकल ट्रायंगल, MOM, IIP और फ्लैग या पेनंट फोर्मेशन इन शब्दों को आपने जरुर सुना होगा पर आप इन शब्दों का अर्थ या फिर ये शब्द किस सन्दर्भ में कहे गए है इसके बारे में आप शायद कुछ नहीं जानते |       शायद आप यह सोच रहे होंगे की यह एक सामान्य से परिस्थिति है , और शेयर मार्केट से जुड़े हर शब्द और उसके अर्थ को जानने में न जाने कितना वक्त लग जाएगा | और समझ भी लूँगा तो ऐसे कितना फर्क पड़ने वाला है | या फिर सोच रहे होंगे की इस सिखने की प्रक्रिया में लगने वाले वक्त में मै कुछ पैसे बना लूँगा या बहोत आमिर हो जाऊंगा | या फिर "पढाई में समय गंवाए

ट्रेडनीती ही क्यों पढ़ें ?

Image
जब भी हम कुछ ऐसा पढ़ रहे है जिस पर विश्वास करने के लिए हमें एक प्रूफ सबूत की जरुरत होती है  तो सामान्य तौर पर हम यही उम्मीद लगाते है की अपनी बात को कहने वाला सबूत भी देगा | और इसी जरुरत को ध्यान में रखते हुए "ट्रेडनीती" में बताई गई जानकारी को आज के वर्तमान मार्केट (लाइव मार्केट) पर लागु करके संकेत पाया गया है | जैसे ही आप कोई नई जानकारी के बारे में पढते है तो स्वभावत: उसे तुरंत आजमाकर देखते है .. मै सही कह रहा हूँ ना !             चलिए अकेले आजमाकर देखने के लिए जो तामझाम लगता है उससे बचने के लिए अच्छा है की इसी किताब में उस टेक्निक को आजमाया जाय और उनकी विश्वसनीयता पारखी जाये | ठीक है |    केस स्टडी : गोल्ड २५ जुलाई २०१३ , साप्ताहिक चार्ट                                     चित्र संख्या १

ट्रेडिंग सिस्टम्स और ट्रेडिंग योजना

Image
 किसी भी कार्य को व्यवस्थित ढंग से करने के लिए एक कार्यप्रणाली और अमल करने योग्य योजना होनी बेहद जरुरी होती है | और अगर बात हो ट्रेडिंग की तब तो और भी जादा सावधानियां बरतनी पड़ती है और जादा सजग होकर ट्रेडिंग करनी जरुरी हो जाती है | "ट्रेडनीती" आपको उन कार्यप्रणालियों और योजनाओं को आपके साथ साझा करेगी जिसके बिना ट्रेडिंग करना समझदारी ना होकर जोखीम भरी ट्रेडिंग होगी |              ट्रेडनीती आपको ट्रेडिंग करने के सिद्ध तरीके को आपके सामने बिलकुल साफ़ और आसान भाषा में रखती है और उसे किस तरह से असली ट्रेडिंग में इस्तेमाल किया जाना चाहिए यह भी सिखाती है | इसी कड़ी में हम आज ट्रेडिंग सिस्टम और उनसे मिले कॉल पर ट्रेडिंग योजना कैसे बने जाती है उसका उदाहरण देख रहे है |                  अगर हम ट्रेडिंग करना चाहें तो कुछ मूलभुत जानकारियां और तैयारियां होनी जरुरी है | जैसे की :   १. अनुमान पूर्व निष्पक्ष विश्लेषण  २. विश्लेषण से प्राप्त स्पष्ट ट्रेडिंग कॉल  ३. ट्रेडिंग प्लान / योजना  ४. रणनीती ५. रिस्क टू रिवार्ड रेश्यो / जोखीम के मुकाबले मुनाफा  ६. ट्रेड के लिए पालन किये जाने वाले नियमों की

पढ़ें पूंजी नियोजन सम्पूर्ण बारीकी के साथ

Image
                                              मैंने अपने ट्रेडिंग करियर में कई ऐसे स्विंग ट्रेडर्स, लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स और डे ट्रेडर्स  देखें है जिन्होंने केवल एक दिन में , केवल एक ही ट्रेड में उच्चतम डेढ़ लाख तक गँवा दिए | कई ट्रेडर महोदय ऐसे भी है जिन्होंने एक ट्रेड किया और सारी की सारी जमा पूंजी स्वाहा: हो गई | कईयों के डीमैट अकाउंट साफ़ हो गए और कईयों के माइनस में चले गए |    क्या आप जानते है यह क्यों हुवा ? क्या आप जानते है की यह रोका जा सकता है ? क्या यह ट्रेडर की गलती है ? क्या नुकसान हो रहा हो तो ट्रेड से एक्झीट करना चाहिए ? क्या नुकसान बढ़ रहा हो तो उसे कम होने तक इन्तेजार करना ठीक नहीं है ? क्या नुकसान ना लेकर इंतजार करना फायदेमंद नहीं होता ? कई ट्रेडर्स नुकसान बुक करने के बजाय इंतजार करते है और वे फायदे में रहते है ऐसा होता है क्या ? क्या ट्रेडिंग में ऐसा होता रहता है ? क्या ऐसा होना जरुरी था ? क्या गलती हुई जो ऐसा हुवा ? क्या उपाय है जिससे यह रुक सकता था ? स्टॉपलॉस के इलावा !!               काफी सारे सवाल और जवाब केवल एक : मनी मैनेजमेंट / पूंजी नियोजन    यह कई बार देखा गया

ट्रेडिंग मनोविज्ञान और इंसानी प्रतिक्रिया

Image
                                                        प्रोफिट - लॉस केवल दो शब्द और आपकी भावनाओं को आपने महसूस कर लिया | जी हाँ लालच और डर | जिस तरह एक चित्रकार किसी चित्र में एक ही रंग के अनेकों शेड्स प्रकार देख लेता है उसी तरह एक ट्रेडर भी ट्रेडिंग के दौरान इन्ही दो भावनाओं के अनेक प्रकार को महसूस करता है |    तो क्या केवल डर और लालच से बचा जाये तो बस ? क्या इन दो भावनाओं से बच जाना एक भावनाशून्य ट्रेडर बनाएगा ? कैसे बचें इन भावनाओं से ? मै लालची नहीं हूँ और डरता तो मै किसी के बाप से भी नहीं ?                   ट्रेडनीती देगी आपके सभी तरह के सवालों के जवाब और यह भी बताएगी की क्या करना चाहिए जिससे ट्रेडिंग में भावनाएं सहोगी बने कोई अड़चन नहीं ! क्या करें की आपकी भावनाए जैसे गायब हो जाएँ और आप केवल एक शून्य महसूस करें ! कैसे अपने मन को अपने दिमाग पर हावी न होने दें ! कैसे पायें अपनी प्रतिक्रियाओं पर प्रभुत्व ! कैसे किसी परिस्थिति को समझदार और वास्तविकता से प्रतिक्रिया दें ! कैसे समझें की ट्रेडिंग एक व्यापार है कोई जंग नहीं ! और अंत में क्या पद्धति है जिससे ट्रेड करने पर संतुष्टि मिले

ट्रेडिंग के नियम और सिद्धांत

Image
                                  ट्रेडिंग करने के लिए सदैव कुछ सिद्धांतों को याद रखना चाहिए और ट्रेडिंग के नियमों का पालन पुरे अनुशासन के साथ करना चाहिए | यह सबसे पहली बात है जो हर आम निवेशक को सीखनी पड़ती है | कुछ सिद्धांत ऐसे है जिन्हें बिना किसी सवाल किये और बिना संशय के मान लेना चाहिए जो की सदियों के अनुभव और वारंवार होने वाले चक्र के अध्ययन से सिद्ध हुए है | और उन नियमों का सदैव पालन करना चाहिए जो मुश्किल में न फंसने के लिए बनाये गए है |                      उदाहरणार्थ "Trend is your frend, Go with the Trend, Go with the flow या फिर Trade with the trend इन चारों उक्तियों का मतलब एक ही है की "सदैव ट्रेंड की दिशा में ही ट्रेड करना चाहिए, ट्रेंड के खिलाफ नहीं" .... और सामान्य रूप से जैसे आपको लगा की कैसे पता चले की "ट्रेंड क्या है ! अगर है तो कोनसा ट्रेंड है ! किस दिशा में है !!                         इन सवालों के जवाब बड़े आसान है पर ये जवाब भी आपको और कई सवाल देकर जायेगा | ट्रेंड यानि की मार्केट का प्रमुख प्रवाह : उदाहरणार्थ : अगर निफ्टी पिछले महीने में हर हफ्ते

ट्रेडिंग टैक्टिक्स और रणनीति

Image
                                            ट्रेडिंग करना यानी के केवल खरीद और बिकवाली ही नहीं होती | ट्रेडिंग यानि की दुनिया के स्मार्ट लोगों से प्रतिस्पर्धा करना और जितना | ट्रेडिंग का वैश्विक हेतु केवल एक ही है "मुनाफा लेना"| और जहाँ हर कोई यही सोचता है तो जीतेगा कौन ? क्या केवल चालक दिमाग होना ही काफी है ? या फिर फंडामेंटल के अनुसार ही मार्केट जाएगा ऐसा मान लिया जाये ? मार्केट में जीतता कौन है ?                जवाब है "जिनकी संख्या जादा है वही जीतेंगे"| आप भले ही फंडामेंटल के विद्वान हो और जानते हो की मार्केट को बढ़ना चाहिए फिर भी जब तक जादा बायर्स नहीं होंगे तब तक मार्केट गिरता ही जायेगा | इसे मार्केट सेंटिमेंट कहा जा सकता है "मार्केट की बौद्धिक ताकत"| ट्रेडिंग दो समूहों के बिच होने वाली खिंच तान है जिसमें वही समूह जीतेगा जिसमें सदस्य जादा है | यहाँ केवल समूह की सदस्य संख्या ही मायने रखती है .... यह केवल "Mass and muscle" युद्ध है | जिसके पास जादा सदस्य और जादा पैसा होगा उस समूह को जितने से कोई ताकत नहीं रोक सकती |                यह शेअर मार

Hello world!

Welcome to WordPress. This is your first post. Edit or delete it, then start blogging!

शेअर मार्केट क्या होता है

Image
यह कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने का बाजार है , जहाँ अलग अलग कम्पनियाँ अपने कंपनी का छोटा सा हिस्सा बेचती है और खरीददार उस हिस्से की बोली लगाते है | जैसे जैसे कंपनी की आय जादा होगी खरीददार बढ़ेंगे और उस हिस्से की कीमत बढ़ेगी | उसी तरह अगर कंपनी घाटा कर रही है तो उसमें कोई भागीदार नहीं होना चाहेगा इसलिए खरीददार उस कंपनी के हिस्से की बोली कम करते जायेंगे और उसकी कीमत कम होती जायेगी |  • कंपनी की सम्पूर्ण हिस्सेदारी में से केवल १५ प्रतिशत ही आम निवेशक तक पहुँच पाते है | और अगर आपको बड़े तौर पर हिस्सेदार बनना है तो उसे "ब्लाक डील" यानि की मार्केट से कम कीमत पर सीधे कंपनी से ख़रीदा जा सकता है | बहारहाल कम्पनी के शेअर्स कुछ विभागों में बंटे होते है जैसे की "लोक्ड शेअर्स, प्रमोटर्स के आरक्षित शेअर्स, किसी बड़ी कंपनी की बड़ी हिस्सेदारी हो तो वे शेअर्स, कोई लॉन्गटर्म निवेशक हो .. जैसे की वोरेन बफेट उन्होंने ख़रीदे हुए शेअर्स...... तो ये शेअर्स लगभग हमेशा उन्ही के पास होते है जब तक की कंपनी अच्छा कारोबार कर रही है |   हिस्सा यानि के शेअर . और अगर आप उस हिस्से को खरीदते है तो आप भी उस

कितने प्रतिशत निवेशक अपनी सारी पूंजी गँवा देते है ?

Image
   सटीक आंकड़ा बता पाना या फिर सही अंदाजा लगाना मुश्किल है परन्तु औसतन ८५ से ९० प्रतिशत निवेशक अपने निवेश पर नुकसान उठाते है | और ८० प्रतिशत आम निवेशक अपनी प्रथम निवेश से हाथ धो बैठता है |                       यह बात सर्वपरिचित होने के वजह से इस बात को कभी सार्वजानिक रूप से स्वीकार नहीं किया गया है परन्तु यह बेहद डरावनी वास्तविकता है और जिसका कारण भी सार्वजानिक है और वह है "आम निवेशक" का अर्धज्ञान और सम्पूर्ण वास्तविकता को स्वीकार ना करना | यह हाल इसलिए है क्यूंकि जादातर निवेशक जानकारी हासिल करने के लिए उतनी मेहनत नहीं करते जितनी करनी चाहिए | ट्रेडनीती ®  आपको बहोत सारी जानकारी के बजाय सफल ट्रेड करने और मुनाफा कमाने के लिए लगने वाली सटीक जानकारी देता है जो आपको शुरुवात में नुकसान लेने से बचाता है और बाद में पैसे कमाना सिखाता है |              यह सवाल पड़ना लाजमी है की ऐसा होता क्यूँ है ? ऐसी कौनसी बात है जो इतनी सारी तबाही लेकर आती है फिर भी निवेशकों को उसे सिखने समझने में अभी तक कोई खास जीत हासिल नहीं हुई ?  ऐसा क्यों हुवा की सौ में से अस्सी लोगों ने अपने रूपये गँवाए और केव

ट्रेडिंग में सफलता पाने के कितने आसार है ?

Image
  बिलकुल उतने ही जितने की किसी नए व्यवसाय को शुरू करने के बाद होते है | अगर आपका व्यवसाय ग्राहकों को आकर्षित करता है तो आप अच्छा मुनाफा कमा सकते है | बशर्ते आप "ग्राहकों को आकर्षित करने की कला से अवगत हो और उन्हें इस्तेमाल भी करें" |                                           ट्रेडिंग भी एक व्यवसाय है और अगर आप इस व्यवसाय को करने की सही कला जानते है तो आप मुनाफे को आकर्षित कर सकते है | सफलता मिलना या ना मिलना इस बात पर निर्भर करता है की आप ट्रेडिंग करने की सही कला जानते है या नहीं और जानते है तो उसे इस्तेमाल सही ढंग से करते है या नहीं | यह सबसे जरुरी है की आप यह भली भांती जानें की व्यवसाय करने का सबसे फायदेमंद तरीका क्या है और उसे बढ़िया मुनाफा कमाने के लिए कैसे इस्तेमाल किया जाना चाहिए |          अगर बात करें ट्रेडिंग की तो आप को कम से कम यह तो जानकारी होनी ही चाहिए की  १.    आप जिस शेअर में निवेश कर रहे है वह तेजी में है या मंदी में | २.    आप जो ट्रेड ले रहे है उसमें जोखिम कितनी है | ३.    आप ट्रेड करने से पूर्व कौनसी विश्लेषण पद्धती अपनाते है जिससे आपको ट्रेडिंग संकेत मिलत

क्या कीमतों की चाल का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है ?

Image
जी हाँ ,       न सिर्फ कीमतों की भविष्य में होनी वाली चाल का अनुमान लगाया जा सकता है बल्कि यह भी जाना जा सकता है की वह चाल किस हद तक जायेगी | आसान सी भाषा में कीमतों की दिशा और निचला या उपरी सिरा यानि की सपोर्ट और रसिस्तंस इनको भी कई हफ़्तों या दिनों पहले ही जाना जा सकता है |   कैसे !     यह बिलकुल वैसे जैसे की "मौसम" का पूर्वानुमान लगाया जाता है | मौसम विज्ञानी उपग्रह की चित्रों को देखकर यह बता सकते है की किस इलाके में मौसम का मिजाज क्या रहेगा उसी तरह टेक्नीकल और फंडामेंटल अनालिसिस के मदद से यह जाना जा सकता है की कीमत कितनी, किस दिशा और किस हद तक जायेगी |                           देखा गया है की टेलीविजन पर हर रोज लगभग १० प्रतिशत निवेशक अपने घाटे के सन्दर्भ में सवाल पूछने के लिए फोन करते है | और दस प्रतिशत निवेशक इस आशा में फोन करते है की उनके गिरते हुए शेअर्स शायद कभी बढ़ने भी लग जाए और कोई एक्सपर्ट यह कह दे की “होल्ड भाई होल्ड” | नुकसान होते हुए भी निवेशक ये आशा लगाये रहते है की कोई एक्सपर्ट यह कह दें की आप चिंता न करें आपको आज नहीं तो कल फायदा ही फायदा होगा | “कैसे कोई अप

क्या ख़बरें और फंडामेंटल फैक्टर ही शेअर मार्केट की दिशा तय करता है ?

Image
जी नहीं ...         मेरे इस जवाब से शायद फंडामेंटल समुदाय शायद इत्तेफाक न रखें | परन्तु मेरे अनुभव से यह जाना है की केवल फंडामेंटल या खबरें ही किसी शेअर की दिशा तय नहीं करती वरन उस शेअर में और भी कुछ बुनियादी चीजें है जिनकी वजह से किसी शेअर को एक दिशा मिल सकती है |                  जैसे की मैंने अपनी किताब में गोल मटोल जवाब ना देने का आश्वासन दिया है | फिर भी आपके सवाल में तीन सवाल छिपे हुए है | एक तो है खबर और दूसरी है फंडामेंटल फैक्टर और तीसरी बात है दिशा ;   खबर : कंपनी का सालाना, तिमाही कमाई / नुकसान की खबर  फंडामेंटल : कंपनी की आर्थिक स्थिति  दिशा : उपरी या निचली (अप / डाउन)   १. खबर : आने से शेअर में उछाल और कई बार विक्षिप्तता आ जाती है और यह उछाल "न्यूज ट्रेड" कहलाती है | इसमें कोई दोराय नहीं है की खबर में शेअर को विचलित करने की ताकत है | परन्तु इस बात के कोई प्रमाण नहीं है की किसी खबर ने किसी शेअर की दिशा बदल दी हो |   २. फंडामेंटल :  यह बेहद बुनियादी बात है की कोई भी शेअर केवल अपने फंडामेंटल के आधार पर ही ट्रेड करता है | और फंडामेंटल में आया हुवा बदलाव ही शेअर की दिश

क्या मार्केट को हर रोज देखते रहना चाहिए ?

Image
                                                     नहीं !!    कुछ साल पहले एक फिल्म आई थी सास बहु और सेंसेक्स | इस फिल्म में पति और पत्नी की टेलीविजन पर पसंदीदा चैनल देखने की आतुरता को दर्शाया गया है | महिलाओं का मलिका प्रेम तो जगजाहिर है पर क्या किसी निवेशक को और ट्रेडर को सदैव मार्केट के अपडेट को जानते रहना चाहिए ? कहीं ऐसा न हो की आप मार्केट से बेखबर रहें और कोई सुनहरा मौका हाथ से छुट जाये ? जिस फिल्ड में व्यवसाय कर रहे है उसके हर पल के अपडेट पाने से बेहतर और क्या हो सकता है ?                              हर आम निवेशक CNBC आवाज, झी बिजनेस, या फिर NDTV PROFIT देखते रहना चाहता है ताकि मार्केट के प्रति अप टू डेट पर्सन बना रहे | टीवी पर दिखाए जाने वाले हर खबर को जाने, देश के विविध कंपनियों का हाल जाने, आर्थिक आंकड़े, एक्सपर्टस् के व्यू वगैरह ..... मेरा सवाल है की "आपने कभी सुना है की वोरेन बफेट और कार्नर आंकड़ों को जानने के लिए टीवी देखा करते थे ?" "क्या आप ख़बरों पर ट्रेड करने से कमाई करने में सफल हो पाए है?"                    अगर आपका जवाब "नहीं" है तो

क्या एक्सपर्ट की सलाह पर ट्रेड करना चाहिए ?

Image
                 क्या हम बचपन में अपने शिक्षक की सलाह से पढाई करने के उपरांत उत्तीर्ण नहीं होते थे ? जिस व्यक्ति का शेअर मार्केट में अनुभव और अच्छा रिकोर्ड हो उससे ट्रेडिंग टिप्स लेने में क्या हर्ज है ? आखिर इस मार्केट में कोई दिशादर्शक भी तो होना चाहिए न !!                 टीवी पर दिखाया जाता है की एक्सपर्ट की सलाह पर अगर आज एक लाख निवेश करते तो सात हजार रुपये कमाते !! एक्सपर्ट की सलाह पर निवेश से बीस प्रतिशत का फायदा हुवा !        खबर देखि और आपको बहोत बुरा लगा - सोचा की मै पीछे रह गया और जिसने निवेश किया उसने कमाई कर ली | अब अगली बार अपने पसंदीदा एक्सपर्ट की सलाह पर निवेश करूँगा | एक्सपर्ट ने दस शेअर पर कॉल दिए आपने भी एक शेअर में निवेश किया और आपका शेअर वहीँ डटा रहा और बाकि शेअर फायदा दे गए आपको फिर बुरा लगा | आपने अगले दिन निवेश किया और कुछ कमाई हुई | और फिर अगले दिन निवेश किया और शेअर में नुकसान हुवा फिर से बुरा लगा |  एक्सपर्ट के न चहरे पर कोई भाव है और ना ही कोई चिंता वह बेफिक्र कॉल देता रहता है ... कॉल ही तो देना है कौनसा सूली चढ़ना है ?                     क्या एक्सपर्ट समुदा

ट्रेडिंग के लिए कितने रूपये निवेश करने चाहिए ?

Image
       यह सवाल भले ही प्रासंगिक लगे परन्तु बेहद महत्वपूर्ण और गौर करने योग्य सवाल है | की निवेश करने के लिए आदर्श निवेश पूंजी (investment capital)  क्या है ?            अगर बिलकुल नए है और अभी अभी डीमैट अकाउंट खोला है तो आपके लिए आदर्श निवेश पूंजी जितनी कम हो उतना ही अच्छा है औसतन १०,०००/- दस हजार या उससे कम होनी चाहिए | शेअर मार्केट के सभी अनुभवी लोग एक "मूकसत्य" जानते है और वह यह है की "हर प्रथम निवेश डूब जाता है"| नहीं नहीं घबराइए नहीं | अगर आप सही तरीका और ट्रेडिंग करने की रणनीति जानते है तो आपको घबराने की कोई जरुरत ही नहीं है | पर अगर आप कुछ भी स्पष्ट नहीं जानते तो आपका निवेश डूबना तय है |                  यह आपके अज्ञान और भावुकता से फलित होनेवाला परिणाम है | अत: मेरी सलाह है की जब तक आप पूर्ण जानकारी नहीं हासिल करते तब तक कोई निवेश ही मत करिये | और अगर आपको लगता है की बिना जाने भी आप कमाई कर सकते हो तो आप एक भूल कर रहें है जो इतिहास के हर प्रथम निवेशक ने की हुई है | अगर आप पूरी जानकारी पाना चाहते है तो जरुर पढ़ें ट्रेडनीती | और अगर लगता है की यह सही नहीं है त

ट्रेडिंग करना कितना रिस्की है ?

Image
 ये हुवा ना समझदारी वाला सवाल !!       हर व्यवसाय में एक जोखिम निहित है | पर उस जोखिम को नापने का कोई जरिया होगा , कोई तुलना (compare) होगी जिससे जान सके जोखिम की तीव्रता | सवाल का अर्थ यह है की कितने प्रतिशत और अन्य निवेश पर्यायों के मुकाबले कितने प्रतिशत जोखिम जादा या कम है |          जवाब है सबसे जादा रिस्की अगर कुछ है तो वह है "ट्रेडिंग"| और सबसे अच्छी बात यह है की रिस्क हमारे मर्जी के अनुसार है | ये दोनों विरोधाभासी बातें लगे पर ये दोनों अपनी जगह सच है | अगर आप स्टॉपलॉस लगाकर ट्रेडिंग करने वाले व्यक्ति हो तो रिस्क लेना आपकी मर्जी पर है और आर स्टॉप नहीं लगते तो जब तक आपका पूरा पैसा डूब नहीं जाता तब तक केवल लॉस ही लॉस है |   समझदारी इसी में है की स्टॉपलॉस लगाएं | अब यह कैसे जाने की स्टॉप कहाँ और कैसे लगाया जाता है ?  स्टॉप लगाने का सिद्ध तरीका क्या है ?  तो आप पढ़ सकते है ट्रेडनीती जिसमें आपको न केवल स्टॉपलॉस का महत्त्व समझाया गया है बल्कि इस तकनीक को इस्तेमाल करने का कारगर तरीका भी बताया गया है |